Saturday, July 11, 2020

उम्मीद का आत्मिक सौन्दर्य है चाँद! -मंजुल भारद्वाज

उम्मीद का आत्मिक सौन्दर्य है चाँद!
-मंजुल भारद्वाज 
रात का हम सफ़र है चाँद
अँधेरे में जला चराग़ है चाँद
रात की गोद में खेलता 
हौंसला है चाँद
पारम्परिक प्रकाश बिंब के बरक्स 
प्रतिकूल हालात में
मन का राज़दार
वफ़ा ऐ नूर से रोशन   
उम्मीद का आत्मिक  
सौन्दर्य है चाँद! 



#चाँद #सौन्दर्य #मंजुलभारद्वाज

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