गांधी ने क्या किया ?
-मंजुल भारद्वाज
अद्भुत है
राजनैतिक चेतना की लौ में
इंसानियत को देखने का
गांधी अवतरण !
अल्बर्ट आइंस्टीन ने सही कहा था
आने वाली पीढ़ीयाँ
यकीं नहीं करेंगी
हाड़मांस का पुतला
मानवीय देह लेकर
धरती पर अवतरित हुआ था
जिसने अपने विवेक से
साम्राज्यवाद को शिकस्त देकर
दुनिया को मुक्त किया था !
दरअसल गांधी ने
सत्ता पाने के पशुता भरे
पाषाणयुग के नियमों को बदल
जन की राजनैतिक चेतना जगा
विवेक और सत्य को
सत्ता संचालन के सूत्र बना
विश्व को मानवता का पाठ पढ़ाया !
इतिहास गवाह है
जब ईश्वरीय अवतार
दुर्योधन का ह्रदय परिवर्तन नहीं कर सका
तो उसने धर्मयुद्ध का पाठ पढ़ा
पृथ्वी को मानव रक्त से लहूलुहान कर दिया
गांधी ने धर्म के
हिंसक स्वरूप को अहिंसा में बदल
धर्म के लिए युद्ध नहीं
आत्मपरिवर्तन कर
इतिहास बदल दिया !
मर्यादा पुरुषोत्तम
रावण का विचार नहीं बदल सके
उन्हें रावण को मारना पड़ा
मर्यादा पुरुषोत्तम
धोबी का मानस नहीं बदल सके
और
सीता को वनवास दे दिया
गांधी ने आत्मनिष्ठा से
सत्य और अहिंसा की डगर पर चलकर
दुनिया की राजनीति में
नया इतिहास रच दिया !
आज
राम के नाम पर
लाखों का खून बहाने वाले
सत्ता के लिए नरसंहार करने वाले
धर्म के पाखंडी
लोभ,लालच,भोग में लिप्त विकारी
मज़हबी नफ़रत की आग़ में जलते
सत्ता के पिपासु
पूछते हैं गांधी ने क्या किया?
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