Tuesday, February 14, 2023

रंग कारवां -मंजुल भारद्वाज

 रंग कारवां 

-मंजुल भारद्वाज
रंग कारवां   -मंजुल भारद्वाज


गहरी उतरती चढ़ती 
सांसों की ताल पर नाचते 
धडकनों के असंख्य मयूर 
अपने नृत्य से 
नाभि के सृजन चक्र को 
मस्तिष्क के चैतन्य से आलोकित कर
अपने होने का 
सृजन उत्सव मना रहे हैं !
अपने होने की खुशबू से
महकता रंग अस्तित्व
विकार को विचार का 
पथ दिखा
घनघोर निराशा के अंधेरों में 
उम्मीद का दीया जला रहा है !
सौन्दर्य बोध की किरणों से
आसपास पसरे वीभत्स को भेद
प्रकृति की निर्मलता से
जीवन को स्वयं प्रकाशित कर 
रंग कारवां खूबसूरत दुनिया का 
नया इतिहास रच रहा है !

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