इकहरे ख़्वाब
-मंजुल भारद्वाज
इकहरे ख़्वाब
बहुत गहरे होते हैं
तनहाई के चाँद
बहुत प्यारे होते हैं
उड़ान को बेताब
सपने सुनहरे होते हैं
जहां दर्द दवा हो जाए
वो इश्क़ के पैमाने होते हैं
जहां डूब कर पार हो जाए कश्ती
वो आँखों के समंदर होते हैं !
#इकहरेख़्वाब #मंजुलभारद्वाज
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