Wednesday, January 8, 2020

‘राजनीति’ के कलंक मिटाओ - मंजुल भारद्वाज

‘राजनीति’ के कलंक मिटाओ
-मंजुल भारद्वाज

कुरीतियों के जाल में फंसे हो
कुरीति को राजनीति समझने की भूल ना करो
कुरीति को राजनीति का नाम देने वालों को 
चिन्हित कर, आओ आईना दिखाएं 
कुरीति को बदल,राजनीति का जश्न मनाएं !

अलग रंग,धर्म, परंपरा, संस्कार, 
संस्कृति, भाषा और भेष 
ये हमारी विविधता है
भारत विविधताओं का विधाता है 
आओ विविधताओं का जश्न मनाएं !

कुरीतियों के कलंक को राजनीतिज्ञ 
ना समझें 
राजनीति को गन्दा समझने वाले 
‘सभ्य’ समाज को समझा दें 
जैसा बोओगे, वैसा काटोगे 
कुरीति को दफ़न कर 
राजनीति का दीप जलाएं 
आओ राजनीति का जश्न मनाएं !

हर व्यक्ति के होते हैं 
गुण, अवगुण 
हर समाज की होती है 
अच्छाई,बुराई 
पर इन सबके पाप की चादर 
राजनीति पर मत चढाओ
अपने, लोभ, लालच, वर्चस्व पर 
‘लगाम’ लगाओ 
राजनीति का जश्न मनाओ !

ऐ भारत की संतानों 
ये पता लगाओ कि वो कौन है 
जो राजनीति के खिलाफ़ 
षड्यंत्र रच रहा है 
उसको बदनाम कर रहा है 
ज़रा सोचो ऐ भारतवासियो
क्या दुनिया का लोकतंत्र 
बिना राजनीति के चल सकता है? 
क्या आपके सपनों का भारत बन सकता है? 
‘राजनीति’ के कलंक मिटाओ 
राजनीति का जश्न मनाओ !
....

#राजनीति #कुरीति #विविधता #भारत #मंजुलभारद्वाज

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