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तुम कौन हो! -मंजुल भारद्वाज
तुम कौन हो!
-मंजुल भारद्वाज
तुम्हारे समर्पण पर
मेरा सर्वस्व अर्पण
एक जीवन,एक दर्पण
एक मार्ग.एक मंज़िल
एक सफ़र.एक हमसफ़र
एक तलाश,एक खोज
एक काल,एक कला
एक पहर,एक सहर
एक स्थूल,एक सूक्ष्म
एक आकार,एक निराकार
एक अर्पण,एक समर्पण
एक जूनून,दो मुसाफ़िर
एक सृजक,एक सृजन
तुम कौन हो!...
#मंजुलभारद्वाज
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